विसापुर किला | विसापुर किल्ला | visapur fort
विसापुर किला पुणे से ५० km दूर लोनावला के पास पहाड़ी इलाके में स्थित है। इस किले पर देखने लायक बहुत ज्यादा वास्तु तो नहीं है। बहुत सी वास्तु जैसे की घर, टंकिया,तटबंदी,और बहुत से चीजे बहुत हद तक टूट गई है। वीसापुर का किला पर्यटन से ज्यादा ट्रेकर्स से भरा हुआ रहता है। यह किला ट्रेकर्स की अच्छी पसंद है। किले पर जाने के लिए तीन तरफ से रास्ते है। तीनो तरफ से ऊपर जाने के लिए बहुत अच्छे और जंगल से घिरे रास्ते है। जिससे ट्रेकिंग के लिए मजा आता है। बारिश के मौसम में जंगल घूमने के लिए भी बहुत अच्छा है। हालाकि विसापुर के किले का इतिहास में कुछ ज्यादा वर्णन नहीं है। लेकिन सामरिक दृष्टि से यह किला लोनावला में काफी महत्वपूर्ण है। विसापुर किले से लोहगढ़,राजगढ़, कोंढना (सिंहगड) जैसे बहुत से नजदीक नी है। जिससे इलाके में इस किले को बहुत महत्व मिलता है।
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Visapur fort |
अगर कोई विसापुर किला पर कब्जा कर लेता है तो लोहागढ़ किला बचा पाना बहुत मुश्किल हो जाता है इसीलिए मराठों ने लोकल का किला छोड़ दिया क्योंकि 1818 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने विसापुर का किला पर कब्जा कर लिया और अगर विसापुर का किला किसी के दुश्मन के हाथ लग जाता है तो लोकल का किला बचाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। लगभग नामुमकिन इसीलिए मराठों ने लोगों का किला भी अंग्रेजों के हाथ दे दिया।
विसापुर किले का निर्माण
विसापुर किले का निर्माण बालाजी विश्वनाथ ने 1713 मी शुरू किया था जिसे पत्थरों से और चुने से बनाया गया। इसके लिए का निर्माण लगभग 7 साल तक चला और 1720 में जा कर यह किला बनकर तैयार हुआ। फिर लगभग 18 से 18 तक यह किला उपयोग में लाया गया। और उसके बाद 1818 में बालाजी विश्वनाथ मराठा के सबसे पहले पेशवा माने जाते हैं। विसापुर किला लोहगढ़ किले के बनने के काफी साल बाद बनकर तैयार हुआ। यह किला लोहागढ़ किले की मदद के लिए बनाया गया था। विसापुर किल्ला लोहागढ़ किले से बहुत ज्यादा बडा है।विसापुर किले तक कैस पहुंचे?
विसापुर किला पुणे से सिर्फ ५०km दूर है। और पुणे से लोनावाला के लिए रेलवे की लोकल की सेवा है। और मुंबई और पुणे से बाय रोड भी जा सकते है। विसापुर किले पर जाने के लिए लोनावाला और मलावाली दो पास के स्टेशन है। मलवाली जो की लोनावाला से बस एक स्टेशन दूर है वहा से किले के लिए बहुत अच्छा रास्ता हो सकता है। अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन है तो आप मालवाली से चलकर भी विसापुर गांव जा सकते है। विसापुर गांव के पास ही विसापुर किला स्थित है इसी गांव के नाम पर इसके लिए का नाम पड़ा है।विसापुर किले पर ट्रेकिंग
विसापुर किला ट्रेकिंग के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। विसापुर किले के आस पास पास ही लोगों के नाम का भी एक किला है जो की बहुत ही नजदीक है और विसापुर किला एक पहाड़ी किला है। तो आस पास बहुत सारे पहाड़ भी है जो कि जंगलों से घिरे हैं। इस वजह से यह किला ट्रेकिंग के लिए बहुत ज्यादा अच्छा और प्रसिद्ध है। विसापुर किले पर ट्रेकिंग के लिए तीन रास्ते हैं। यह तीनों रास्ते जंगलों से होत होकर जाते हैं। |
Visapur village
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विसापुर किले पर देखने लायक वस्तुएं वास्तु
हालांकि विसापुर किले पर बहुत से वास्तु अच्छे हालत हालत में नहीं है। लेकिन फिर भी कुछ वस्तुएं ऐसे हैं जिन्हें आज भी अच्छी हालत में देखा जा सकता है। जैसे कि विसापुर की किले की तटबंदी है। महा दरवाजा, पाणी की टंकियां और किले के ऊपर बसे कुछ वास्तु जैसे कि कुछ घर और राजवाड़ा।विसापुर किले की तटबंदी
विसापुर के लिए पर पूरे किले के लिए एक बहुत बड़ी तटबंदी है। जोकि किले के चारों तरफ से घेर रखती है। यह तटबंदी किले के पहाड़ी के बिल्कुल कोने कोने से बनाई गई है। ताकि कोई भी पहाड़ी से चढ़कर तटबंदी को पार कर के किले पर चढ़ाई ना कर सके। यह तरबंदी बेहद मजबूत और बेहद बड़ी दिखाई देती है। अगर आप पूरी तटबंदी देखना चाहो तो आपको पूरा दिन भी लग सकता है।महा दरवाजा
महा दरवाजा यह वह दरवाजा है जिससे पुराने समय में किले पर आया जाया जा सकता था। लेकिन अब यह दरवाजा बहुत अच्छे हालत में नहीं है। लेकिन फिर भी आप इसे देख सकते हैं। यह पत्थर की दीवारों से बना हुआ दरवाजा अभी भी कुछ हद तक टूटने के बावजूद बेहद मजबूत दिखाई पड़ता है।पानी की टंकी
विसापुर किला एक बहुत ही बड़ा किला है जो हमारी जानकारी के मुताबिक कई 100 एकड़ में फैला हुआ है। इसीलिए इसके लिए पर मौजूद सैनिकों के लिए हर वक्त पानी का इंतजाम होना बेहद जरूरी होता है। इसीलिए इसके लिए पर बहुत सारी पानी की टंकी या अलग-अलग जगह पर बनाई गई है। सिर्फ महा दरवाजे के पास ही 7 से लेकर 8 टंकियां बनाई गई है। और फिर पूरे किले पर बहुत सारी टंकियां बनाई गई है। जिन में अभी भी पानी भरा हुआ है। इन टंकियों से किले की पानी की जरूरत पूरी होती थी। इन टंकियों में बारिश से पानी जमा होता था और फिर साल भर उसे जमा करके रख दिया जाता था ताकि कभी भी पानी की जरूरत है पूरी की जा सके।पेशवा वाड़ा के अवशेष
विसापुर किले पर बालाजी विश्वनाथ द्वारा बनाए गए पेशवा के महल के अवशेष देखने को मिलते हैं। हालांकि यह महल अभी खंडहर में तब्दील हो चुका है लेकिन फिर भी कई लोग इसे देखने विसापुर के किले पर जाते हैं।विसापुर किले के पास के पर्यटन स्थल
भाजा केव्स
भाजा गुफाएं जो कि मलवली में स्थित है। कहा जाता है कि यह गुफाएं पुराने समय में बुद्धिस्ट साधुओं का घर हुआ करते थे यह मलवली का बहुत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। जिसे देखने के लिए हर साल हजारों लोग मलवली जाया करते हैं। मलवली के बेहद प्रसिद्ध और बेहद खूबसूरत यह भाजा केव्स विसापुर के किले से बहुत नजदीक है। मलवली के भाजा केव की गुफाओं से आप विसापुर का किला और लोहगढ़ का किला देख सकते हो। जोकि इन गुफाओं से लगभग 8 से 10 किलोमीटर दूर है।लोनावला
लोनावला भारत के ठंडे इलाकों में से एक है। और महाराष्ट्र के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध ठंडे इलाकों में से एक है। जिनमें महाबलेश्वर, खंडाला, लोनावला जैसे ठंडे इलाके महाराष्ट्र में है। उनमें से एक लोनावला यह पर्यटन स्थल इलाका विसापुर किले के पास ही है। लोनावला विसापुर किले से सिर्फ 20 किलोमीटर दूर है जो कि बहुत ही पास है। और लोनावला बहुत ही बड़ा प्रसिद्ध हिल स्टेशन भी है।अंबे वैली सिटी
अंबे वैली सिटी लोनावला के पास ही बहुत प्रसिद्ध जगह है जो विसापुर के किले के नजदीकी है।लोहगढ़ किला
लोहगढ़ किला विसापुर के किले के बिल्कुल सामने और पास ही है। जिसे विसापुर किले से देखा जा सकता है। असल में विसापुर का किला यह लोहगढ़ के किले की मदद के लिए बनाया गया था इसीलिए यह दोनों के लिए बेहद पास पास है।वाइल्ड विसापुर कैंपिंग
जैसे कि विसापुर किला ट्रेकिंग के लिए बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। इसलिए यह किला वाइल्ड कैंपिंग के लिए भी अच्छा है। क्योंकि किले के आस पास बहुत सारा जंगली इलाका है इसलिए विसापुर किले के आसपास वाइल्ड विसापुर कैंपिंग की जाती है। जिसे विसापुर कैंपिंग कहा जाता है।विसापुर वाटरफॉल
विसापुर वॉटरफॉल विसापुर किले से बेहद नजदीक है जो कि मलवली के पास स्थित है। बारिश के मौसम में यह वॉटरफॉल पर्यटकों से भरा हुआ रहता है। हजारों लोग यह वाटरफॉल देखने और उस का आनंद उठाने मालवली आया करते हैं। जोकि बुद्धिस्ट केव से बेहद नजदीक है अगर आप मालवली आते हैं तो आपको यहां पर बहुत सी जगह घूमने को मिलेगी। यहापर घूमने के लिए जगह इतनी ज्यादा है कि आप 1 दिन में सारी जगह नहीं घूम सकते। इसलिए अगर आप आ रहे हो तो कम से कम 2 दिन के लिए जरूर आए क्योंकि यहां होटल की भी सुविधा उपलब्ध है।
बहुत अच्छी जानकारी दी है।
जवाब देंहटाएंकाफी अच्छी जानकारी बताई आपने।
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