लॉकडाउन के फायदे और नुकसान
हर बुरे दौर के साथ कुछ अच्छी चीजें भी आती है तो हमें अच्छी चीजों पर ध्यान देना चाहिए ना की निगेटिव चीजों पर। हम सब लोग जानते हैं, कि हमारा पूरा भारत देश लॉकडाउन है, बंद है। भारत के साथ साथ दुनियाभर के देशो में लॉकडाउन है। पुरे स्कूल,कॉलेज, ऑफिस, बिझनेस ,मज्जित, मंदिर सब बंद है। पूरा भारत देश घर के अंदर बंद है। घर में रहकर हम अपने भारत देश की सहायता कर रहे हैं हमारे सरकार की मदद कर रहे हैं। और कोरोना जैसे खतरनाक बीमारी को हम हरा रहे हैं।लॉकडाउन के कारण लोगों का मिलना जुलना बंद हो चुका है। इसी कारण हम कोरोना जैसे खतरनाक बीमारी को फैलने से रोकने की कोशिश की जा रही हैं। और हमारा फर्ज बनता है कि हम भी अपने देश के प्रति जवाबदेही दिखाकर घर पर ही रहे और इस खतरनाक महामारी से अपने और अपनो की रक्षा करे।
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Lockdown |
लॉकडाउन की मदद से हम कोरोना से लड़ रहे हैं। लॉकडाउन से हमें और भी कई फायदे हुए हैं हमारे पूरे भारत देश को प्रदूषणमुक्त करने में लॉकडॉउन का बहुत बड़ा हिस्सा है। प्रकृति फिर से फल फूल रही है। लॉकडाउन के कारण लोगों के दिलो में काफी निगेटिव खयाल आ रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से हमारे देश में कुछ पॉजिटिव घटनाएं घड़ी है, जिसे न्यूज़ चैनल पर नहीं दिखाए जा रहे। इन पॉजिटिव और अच्छे बुरे बदलावों को हम आपसे अवगत कराएंगे।
लॉकडाउन से होने वाले फायदे
ओजोन लेयर में तेजी से सुधार
लॉकडाउन के कारण ओझन लेयर में भी तेजी से सुधार दिख रहा है। अगर कुछ दिन लॉकडाउन ऐसे ही बना रहा तो बहुत जल्द ओजोन लेयर सुधार जाएगा। ओजोन लेयर एक वायु की परत है जो पृथ्वी के वातावरण की सूर्य के घातक किरणों से रक्षा करता है। ओजोन लेयर एक तरह से फिल्टर का काम करता है जो सूरज से निकलने वाले अच्छी किरणों को यानी धरती के लिए पोषक किरणों को धरती पर आने देता है। और धरती के लिए घातक ऐसे सूरज के घातक किरणों को धरती तक नहीं आने देता। इस वजह से ओजोन वायु की परत का ठीक होना बेहद जरूरी है और दुनियाभर में सारा काम बंद पड़ा है। एयरलाइन वहतुक बंद है। पॉल्यूशन नहीं हो रहा। इस वजह से ओजोन लेयर के सुधार के काफी तेजी देखने को मिली है।क्राइम रेट अबतक के सबसे निम्न स्तर पर है
दुनिया भर में लॉकडाउन होने से पहले हर दिन कहीं ना कही किसी ना किसी के साथ क्राइम हो रहा था। हर रोज हजारों लोगों की हत्या कि जा रही थी। लाखो लड़कियों पर बलात्कार लिए जा रहे थे। चोरिया हो रही थी। ऐक्सिडेंट हों रहे थे। आंतकवादी हमले हों रहे थे। लेकिन जैसेही कोरोना विषाणु का फैलाव दुनियाभर में हुआ और वाई सारी घटनाएं एकदम बंद सी हो गई।स्वच्छता के इजाफा
कुछ वक्त से सारे लोग अपने घर में बैठे है। बाहर नहीं निकल रहे है। इस वजह से दुनिया स्वच्छ होने लगी है। लोगो का बाहर घूमना कम हो गया है। फैक्टरीया बंद हो गई है। सड़क पर घूम रही गाडियां बहुत कम हो चुकी है। इसलिए जमीन, हवा, पानी स्वच्छ होने की राह पर है। गंगा नदी का पानी भी स्वच्छ हो गया है इतना स्वच्छ की गंगा नदी का पानी पीने लायक हो गया है। दिल्ली, गाजियाबाद जैसी जगह पर हवा, पानी का प्रदूषण किसी से छुपा नहीं है। इस प्रदूषण में काफी गिरावट देखी जा सकती है। सड़के, नाले, नदियां, हवा में बदलाव आ रहा है। फिर एक बार दुनिया स्वच्छ दिख रही है। भारत देश में जो प्रदूषण होता था जिसे रोकने के लिए सरकार पूरी प्रयास करती थी लेकिन फिर भी वह कम नहीं हो पाता था लेकिन अभी लॉकडाउन के कारण प्रदूषण में काफी कमी देखी जा सकती है।लोगो को पैसों से ज्यादा जान कि पर्वा होने लगी
लॉकआउन से पहले दुनिया के सारे लोग पैसों के पीछे पड़े थे। लोगो का मकसत सिर्फ पैसा कमाना कमाना रह गया था। अचानक से कोरोना विषाणु दुनिया में फैला और करोडो लोगो की जान पर बन आयी तब दुनिया को पता चला कि पैसों से ज्यादा जान प्यारी होनी चाहिए। आप जिंदगी में कितना भी पैसा कमाओ लेकिन अगर ऐसी परिस्थिति में पैसा नहीं बल्कि स्वास्थ काम आता है। इसलिए पैसे से ज्यादा स्वास्थ पर जोर दीजिए।नैसर्गिक सुंदरता फल फूल रही है।
सारे लोग अपने घरों के अंदर बंद है और पशु पक्षी आजाद है। हर पशु पक्षी आज खुश नजर आ रहा है जैसे मानो उन्हें सैकड़ों साल बाद आजादी मिली हो। आज पशु पक्षी आराम से सड़कों पर घूम रहे है। उन्हे कोई टोक नहीं रहा। और सारे मानव घर में बैठे है। इतिहास में आज पहली बार मानव बंदिस्त है और अन्य पशु पक्षी आजाद है।लॉकडाउन कि वजह से होने वाले नुकसान
अर्थव्यवस्था को नुकसान
कोरोना विषाणु चीन से शुरू होकर धीरे धीरे दुनियाभर में फैलने लगा। धीरे धीरे एक एक देश में कोरोना संक्रमित मरीज दिखने लगे जैसे ही दुनियाभर के सरकारो को पता चला कि कोरोना विषाणु संक्रमण से फैलता है । और कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। तो सबसे पहले चीन ने अपने देश में लॉकडाउन कर लिया। और फिर बाकी देशों ने भी धीरे धीरे अपने देशों में लॉकडाउन घोषित कर दिया। इस लॉकडाउन की वजह से कोई भी घर से बाहर नहीं निकल पा रहा इस वजह से सारे ऑफिस, दुकान, कम्पनी सबकुछ बंद है। कमाई के सारे साधन बंद पड़े है। अर्थवयवस्था में पैसा नहीं आ रहा। Import export सब बंद है। किसी की भी कमाई नहीं हो रही कमाई नहीं तो इनकम टैक्स भी नहीं वाहतुक बंद है तो टोल टैक्स भी नहीं आ रहा। सरकार के पास पैसों के लिए कोई साधन ही नहीं बचा दुनियाभर से सारे देशों के यही हालात है। इस वजह से आने वाले समय में आर्थिक मंदी का खतरा दुनिया को झेलना पड़ेगा।
लेकिन अगर हम घर पे ही रहकर कोरोना से लडने के लिए सरकार का साथ देते है तो जल्द ही हम इस महामारी पर विजय पा सकते है। और भगवान से प्रार्थना करे कि जितने जल्द हो सके उतने जल्द यह संकट देश से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से चला जाए।
अंत में यही कहना चाहेंगे घर पर रहे सुरक्षित रहे।
गरीब मजदूरों के हालात खराब
गरीब मजदूर को अपना पेट हर रोज की कमाई पर ही भरना पड़ता है। एक दिन अगर कमाई ना हुई तो अगले दिन क्या खाएं ये समस्या मजदूरों के सामने होती है। इनकी कमाई ही इतनी कम होती है कि इनका गुजारा ही मुश्किल से हो पाता है बचत की तो बात ही नहीं। हालाकि ज्यादातर मजदूरों को महीने महीने पगार आती रहती है। लेकिन अगर काम ही ना हो तो कमाई भी नहीं होती। और अभी भी मजदूरों को काम ना होने और पैसा ना आने की वजह से खाने पीने की और पैसों की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए ज्यादातर मजदूर वापिस अपने गांव जाना चाहते है। ताकि कमसे कम खाने पीने को तो मिले। लेकिन अगर ऐसेही लॉकडाउन का समय बढ़ता गया। तो फिर सरकार के सामने बड़ी मुश्किल आयेगी इन मजदूरों को संभालने की और उनको खाना देने की।लेकिन अगर हम घर पे ही रहकर कोरोना से लडने के लिए सरकार का साथ देते है तो जल्द ही हम इस महामारी पर विजय पा सकते है। और भगवान से प्रार्थना करे कि जितने जल्द हो सके उतने जल्द यह संकट देश से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से चला जाए।
अंत में यही कहना चाहेंगे घर पर रहे सुरक्षित रहे।
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